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भारत में औद्योगिक और वेयरहाउसिंग की मांग 2025 की पहली तिमाही में 15 प्रतिशत बढ़ी

Source : business.khaskhabar.com | Apr 23, 2025 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 industrial and warehousing demand in india grew 15 per cent in q1 2025 717367बेंगलुरु । भारत के टॉप आठ शहरों में 2025 की पहली तिमाही में औद्योगिक और वेयरहाउसिंग की मांग 9 मिलियन वर्ग फीट पर मजबूत बनी रही, जिसमें सालाना आधार पर 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। यह जानकारी बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई। 
दिल्ली-एनसीआर और चेन्नई ने मांग में बढ़त हासिल की, जो मिलाकर पहली तिमाही में कुल लीजिंग का लगभग 57 प्रतिशत था।
कोलियर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में ग्रेड ए औद्योगिक और वेयरहाउसिंग स्पेस की मांग में शानदार वृद्धि दर्ज की गई।
टॉप आठ शहरों में, इंजीनियरिंग क्षेत्र ने इस तिमाही में मांग को आगे बढ़ाया, जिसने कुल औद्योगिक और वेयरहाउसिंग स्पेस में लगभग 25 प्रतिशत का योगदान दिया, इसके बाद ई-कॉमर्स ने 21 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
इन दोनों क्षेत्रों ने हमेशा सबसे आगे रहने वाले 'थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स (3पीएल)' प्लेयर्स की मांग को भी पीछे छोड़ दिया।
रिपोर्ट में बताया गया है कि चेन्नई और बेंगलुरु में इंजीनियरिंग क्षेत्र में रहने वालों की ओर से मजबूत रुझान देखा गया, जबकि दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से मांग दर्ज की गई।
कोलियर्स इंडिया के औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स सेवाओं के प्रबंध निदेशक विजय गणेश ने कहा, "ऑटोमोबाइल कंपनियों ने भी 1.3 मिलियन वर्ग फीट में ग्रेड ए औद्योगिक और वेयरहाउसिंग स्पेस खरीदा है। ये समग्र विकास के स्वस्थ संकेत हैं, जो बड़े स्तर पर मांग को दर्शाते हैं।"
तिमाही के दौरान इंजीनियरिंग और ई-कॉमर्स कंपनियों ने लीजिंग के बड़े हिस्से में अपना योगदान दिया, जो कुल मांग का लगभग 46 प्रतिशत था।
2025 की पहली तिमाही में लगभग 2.2 मिलियन वर्ग फीट लीजिंग के साथ, इंजीनियरिंग फर्मों ने ग्रेड ए औद्योगिक और वेयरहाउसिंग मांग का लगभग एक-चौथाई हिस्सा लिया।
चेन्नई और बेंगलुरु में मजबूत मांग के कारण इस क्षेत्र में वार्षिक आधार पर लीजिंग एक्टिविटी में 2 गुना से अधिक वृद्धि देखी गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ई-कॉमर्स में भी करीब 2 मिलियन वर्ग फीट लीजिंग देखी गई, जिसमें दिल्ली-एनसीआर और मुंबई का सबसे बड़ा योगदान रहा।
2025 की पहली तिमाही के दौरान 2,00,000 वर्ग फीट से ऊपर के बड़े सौदे 4.3 मिलियन वर्ग फीट की मांग के साथ 48 प्रतिशत के बराबर थे।
ये बड़े सौदे ई-कॉमर्स कंपनियों से जुड़े थे। इसके बाद इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल फर्मों का स्थान रहा।
2025 की पहली तिमाही में 9.4 मिलियन वर्ग फीट की नई सप्लाई दर्ज की गई, जो सालाना आधार पर 16 प्रतिशत की वृद्धि दिखाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तिमाही के दौरान नई सप्लाई मजबूत लीजिंग एक्टिविटी को देखते हुए थी, जो औद्योगिक और वेयरहाउसिंग बाजार में डेवलपर के बेहतर आत्मविश्वास को दर्शाता है।
--आईएएनएस
 

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