कीमतें कम होने से मंडियों में धनिये की दैनिक आवक घटी
Source : business.khaskhabar.com | Jun 19, 2024 |
-स्कूटर मशीनक्लीन कोटा 85 रुपए, ईगल 80 रुपए प्रति किलो थोक में बिका
रामबाबू सिंघल
जयपुर। कीमतें कम होने से किसानों ने इन दिनों धनिये की बिक्री काफी कम कर दी है। मंडियों में आवक घटने के बावजूद धनिये के भाव पिछले दो सप्ताह से लगभग स्थिर बने हुए हैं। धनिया स्कूटर मशीनक्लीन कोटा 85 रुपए तथा ईगल मशीनक्लीन 80 रुपए प्रति किलो थोक में बेचा जा रहा है। कारोबारी रामअवतार बटवाड़ा ने बताया कि कैरीओवर स्टॉक अधिक होने से धनिये के भावों में तेजी नहीं है। बटवाड़ा ने कहा कि आने वाले दिनों में हाजिर में धनिये में सुस्ती का वातावरण बने रहने का अनुमान है। धनिये की कीमतें उम्मीद से कम होने के कारण प्रमुख उत्पादक राज्यों के किसानों की धनिये में बिक्री निरंतर सीमित होती जा रही है। राजस्थान की मंडियों में वर्तमान में धनिये की दैनिक आवक 10 हजार बोरी हो रही है। हालांकि मध्य प्रदेश के उत्पादन केन्द्रों पर रोजाना 25 हजार बोरी धनिया उतरने के समाचार हैं। इसी साल मार्च महीने में कोटा में मसालों पर एक औद्योगिक एवं व्यापारिक संगोष्ठी हुई थी। इस कॉन्फ्रैंस में पिछले सीजन की तुलना में इस बार देश में धनिये के उत्पादन में कमी आने का अनुमान व्यक्त किया गया था। यह अनुमान सार्वजनिक होने के बाद इस प्रमुख किराना जिंस की थोक कीमतों में उल्लेखनीय तेजी आई थी। मगर मंडियों में आवक बढ़ने के बाद फिर से मंदी का रुख बनने लगा है। इतना ही नहीं चालू माह में मौसम में हुए बदलाव का भी धनिये की थोक कीमतों पर असर देखा जा रहा है। इस साल मध्य प्रदेश में धनिये की बिजाई तुलनात्मक रूप से अधिक हुई है। हालांकि राजस्थान में यह चालू सीजन के बराबर होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। जबकि गुजरात में धनिये की बिजाई उल्लेखनीय रूप से पिछड़ी हुई है। यही कारण है कि इस बार व्यापारियों के बीच धनिये की नई फसल की संभावित बिजाई को लेकर कोई एक राय नहीं बन पा रही है।
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