अर्था सेलेक्ट फंड 432 करोड़ रुपए पर बंद, 131% ओवरसब्सक्राइब; एयूएम 1,200 रुपए करोड़ पार
Source : business.khaskhabar.com | Aug 19, 2025 | 
मुंबई। अर्था इंडिया वेंचर्स (एआईवी) ने आज बताया कि उसका ‘सिर्फ विजेताओं के लिए’ बनाया गया फॉलो-ऑन फंड, अर्थासेलेक्ट फंड (एएसएफ), 432 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है, जो उसके 330 करोड़ रुपए के मूल लक्ष्य से 131% ज्यादा है। इस उपलब्धि के साथ अर्थाका कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 1,200 करोड़ रुपए से ऊपर पहुँच गया है, जिससे यह भारत का पहला और एकमात्र फैमिली ऑफिस समर्थित वेंचर कैपिटल संस्थान बन गया है।
एएसएफ आने वाले चार वर्षों में, अर्थावेंचर फंड I, अर्थाकंटिन्यूअम फंड और जल्द लॉन्च होने वाले एवीएफ II की 135+ कंपनियों के पोर्टफोलियो में से शीर्ष 15% प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में निवेश करेगा। यह फंड 12-14 विजेता कंपनियों को सीरीज़ बी और सी चरण में लगभग 20 करोड़ रुपए के चेक देगा।
33 सफल एग्ज़िट के साथ, अर्थाने श्रेणी में अग्रणी कंपनियों को पहचानने और बढ़ाने का साबित ट्रैक रिकॉर्ड बनाया है।
इसका प्रमुख एवीएफ-I, भारत का पहला सेबी-पंजीकृत माइक्रो-वीसी, 2019 विंटेज रिटर्न्स में भारत में नंबर 1 और वैश्विक स्तर पर नंबर 2 पर है। एएसएफ इसी गति को आगे बढ़ाते हुए शुरुआती चरण से ग्रोथ चरण तक की पूँजी की कड़ी जोड़ता है, खासकर वहाँ, जहाँ सीरीज़ ए-सी चरण में कंपनियां सीमित पूंजी और ऑपरेशनल सपोर्ट की कमी से रुक जाती हैं।
अर्थावेंचर फंड और अर्थासेलेक्ट फंड के मैनेजिंग पार्टनर, अनिरुद्ध ए. दमानी ने कहा, “एएसएफ हमें अपनी सबसे आशाजनक कंपनियों में उनके स्केल-अप चरण तक निवेश बनाए रखने का मौका देता है। भारत में अच्छे वेंचर्स की कमी नहीं है, लेकिन कई को सीरीज़ ए और सी के बीच पूँजी की भारी कमी का सामना करना पड़ता है। एएसएफ यह सुनिश्चित करता है कि हमारे विजेताओं के पास वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए पूँजी, रणनीतिक मार्गदर्शन और ऑपरेशनल सहयोग हो, साथ ही संस्थापकों की हिस्सेदारी और फोकस भी बरकरार रहे।”
भारतीय फैमिली ऑफिस और अल्ट्रा हाई नेट वर्थ निवेशकों ने फंड की 80% पूँजी लगाई है, जबकि बाकी 20% सिंगापुर, यूएई, मॉरीशस, हांगकांग, अफ्रीका और अमेरिका के वैश्विक निवेशकों से आई है। स्पॉन्सर एआईवी ने फंड में लगभग 10% का योगदान किया है। एएसएफ के निवेशकों में अतुल किर्लोस्कर का फैमिली ऑफिस, डीएसपी फैमिली ऑफिस, शाही एक्सपोर्ट्स, हीरा ग्रुप और अनिकार्थ वेंचर्स जैसे नाम शामिल हैं, जो अर्थाकी अनुशासित निवेश पद्धति में गहरी भरोसे को दर्शाता है।
मनीष छाबड़ा, एचआरआईपीएल के एग्ज़िक्यूटिव फाउंडर (स्ट्रिक्स और वैसमोल के फाउंडर) और एएसएफ के लिमिटेड पार्टनर, ने कहा, "जब मैंने निवेश की शुरुआत की, तब मुझे पता था कि मेरी संपत्ति का एक हिस्सा स्टार्टअप में विशेषज्ञता रखने वाले एआईएफ में लगना चाहिए। मेरी सबसे बड़ी चिंता यह थी कि फंड मैनेजर किस तरह की सोच और रणनीति अपनाएगा। जब मेरी पहली मुलाकात अनिरुद्ध से हुई और उन्होंने अपनी सोच और पिछली उपलब्धियों के बारे में बताया, तो मुझे भरोसा हो गया कि यही मेरे लिए सही फंड है।
अनिरुद्ध की सबसे बड़ी खासियत है कि वे अपने निवेश समुदाय से बेहतरीन सलाह लेते हैं, खुले मन से उसे परखते हैं और जोखिम का सही आकलन करते हैं, जिससे हमारी पूंजी सोच-समझकर लगाई जाती है। बाकी कई फंड मैनेजर की तरह वे बिना योजना के इधर-उधर निवेश नहीं करते, बल्कि हर निवेश का फैसला पुख्ता जानकारी और गहरी सोच के साथ लेते हैं।”
एएसएफ की सबसे बड़ी खासियत है कि यह विजेता कंपनियों को उनके पहले संस्थागत निवेश से लेकर आगे के ग्रोथ चरण तक फंडिंग देता है। अपने फंड नेटवर्क के जरिए, अर्थासंस्थापकों को एक ही रिश्ते में पूरी यात्रा का साथ देता है, जिससे समय और ऊर्जा की बर्बादी कम होती है, लक्ष्यों में तालमेल रहता है और रणनीतिक समर्थन जारी रहता है। यही वजह है कि एएसएफ सिर्फ़ चेक लिखने वाला नहीं, बल्कि लंबे समय का साथी बन जाता है।
मजबूत संस्थापक रिश्तों, ऑपरेशनल सपोर्ट और अर्थाके वैश्विक फैमिली ऑफिस, सलाहकारों और संस्थापकों के नेटवर्क की मदद से, एएसएफ सख्त जाँच और निवेश के बाद अनुशासन अपनाता है, ताकि पूँजी सिर्फ साबित विजेताओं में ही केंद्रित रहे और वेंचर कैपिटल में आम “हर जगह थोड़ा-थोड़ा” वाले तरीकके से बचे। यही अपने पोर्टफोलियो को प्रतिस्पर्धी बाज़ार में एक मज़बूत बढ़त देता है।
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