मार्केट रिव्यू: स्मॉलकैप ने सेंसेक्स, निफ्टी को पीछे छोडा
Source : business.khaskhabar.com | Apr 12, 2014 | 

मुंबई। देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी को पीछे छो़ड दिया। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 1.21 फीसदी या 269.46 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 22,628.96 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.22 फीसदी या 81.95 अंकों की तेजी के साथ 6,776.30 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से पिछले सप्ताह 23 में तेजी रही।
सन फार्मा (9.77 फीसदी), एसबीआई (4.73 फीसदी), एक्सिस बैंक (4.64 फीसदी), टाटा स्टील (4.53 फीसदी) और टाटा मोटर्स (4.48 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हीरो मोटोकॉर्प (3.49 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (2.86 फीसदी), इंफोसिस (2.40 फीसदी), ओएनजीसी (1.67 फीसदी) और बजाज ऑटो (1.38 फीसदी)। मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में सेंसेक्स और निफ्टी के मुकाबले अधिक तेजी रही। मिडकैप 1.96 फीसदी या 140.84 अंकों की तेजी के साथ 7,338.46 पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 3.55 फीसदी या 258.13 अंकों की तेजी के साथ 7,523.18 पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में सेंसेक्स और निफ्टी ने अपने जीवन काल का ऎतिहासिक ऊपरी स्तर छुआ और ऎतिहासिक ऊपरी स्तर पर बंद हुए।
गुरूवार को सेंसेक्स ने 22,792.49 के ऎतिहासिक ऊपरी स्तर को छुआ और 22,715.33 के ऎतिहासिक ऊपरी स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी ने गुरूवार को 6,819.05 के ऎतिहासिक ऊपरी स्तर को छुआ और 6,796.40 के ऎतिहासिक ऊपरी स्तर पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह देश की प्रमुख फार्माश्यूटिकल्स कंपनियों सन फार्मा और रैनबेक्सी लेबोरेटरीज ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए रविवार को बताया कि उन्होंने एक समझौता किया है, जिसके तहत सन फार्मा शेयरों की अदला-बदली के जरिए रैनबेक्सी का 100 फीसदी अधिकग्रहण कर लेगी। रैनबेक्सी के अधिग्रहण के बाद अस्तित्व में आने वाली कंपनी दुनिया की पांचवीं सबसे ब़डी स्पेशियल्टी जेनेरिक कंपनी बन जाएगी और यह देश की सबसे ब़डी फार्मा कंपनी होगी। शुक्रवार को जारी आंक़डे के मुताबिक देश का औद्योगिक उत्पादन फरवरी में 1.9 फीसदी कम रहा, जो जनवरी 2014 में 0.8 फीसदी अधिक रहा था। औद्योगिक उत्पादन विकास दर गत कारोबारी साल के प्रथम 11 महीने (अप्रैल-फरवरी) में हालांकि 0.1 फीसदी रही। शुक्रवार को ही जारी एक अन्य आंक़डे के मुताबिक गत कारोबारी वर्ष में देश का निर्यात 312.35 अरब डॉलर रहा, जो 325 अरब डॉलर के आधिकारिक लक्ष्य से कम है।
इस दौरान हालांकि आयात घटने के कारण व्यापार घाटे में कमी आई। आयात 450.94 अरब डॉलर रहा, जो 2012-13 के 490.73 अरब डॉलर से 8.11 फीसदी कम है। समग्र 2013-14 कारोबारी साल के संदर्भ में व्यापार घाटा 138.59 अरब डॉलर रहा, जो 2012-13 के 190.33 अरब डॉलर से काफी कम है। व्यापार घाटा मार्च महीने में बढ़कर 10.50 अरब डॉलर हो गया, जो एक महीने पहले 8.13 अरब डॉलर था। मार्च महीने में निर्यात साल-दर-साल आधार पर 3.15 फीसदी घट कर 29.57 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 30.54 अरब डॉलर था। आयात इसी अवधि में 2.11 फीसदी घटकर 40.08 अरब डॉलर रहा। गत सप्ताह सोमवार को देश में आम चुनाव की शुरूआत हो गई, जिसका शेयर बाजार की चाल पर प्रमुखता से असर होगा। चुनाव सात अप्रैल से 12 मई तक नौ चरणों में संपन्न होगा और मतगणना 16 मई को होगी।