मुंबई। मौजूदा वर्ष में दिग्गजों की बजाए छोटी और मझौली कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को अब तक बेहतर रिटर्न दिया है। बॉंम्बे स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) से मिले आंकडों के अनुसार इस साल 11 अप्रैल तक स्मालकैप सूचकांक में 14.83 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक में 9.43 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज हो चुकी है जबकि इसकी तुलना में बीएसई का सेंसेक्&प्त8205;स महज 6.88 प्रतिशत ही बढ पाया है, वह भी तब जबकि 10 अप्रैल को यह अपने रिकार्ड ऊंचे स्तर 22715.53 अंक पर चढकर बंद हुआ था।
बीते वर्ष हालांकि हालात अलग थे। आलोच्य अवधि में ब्ल्यूचिप कंपनियों के शेयरों में अच्छा रिटर्न मिलने से सेंसेक्स ने जहां अच्छी बढत ली थी वहीं स्मालकैप और मिडकैप सूचकांकों में 12 फीसदी तक की गिरावट आई थी। बाजार के जानकारों के अनुसार पिछले कुछ महीनों के दौरान खुदरा निवेशकों के ज्यादा सक्रिय रहने से मिडकैप और स्मालकैप सूचकांको ने मजबूती ली है। ऎसी कंपनियों में घरेलू निवेशक ज्यादा रूचि लेते हैं जबकि विदेशी निवेशक ब्ल्&प्त8205;यूचिप कंपनियों में निवेश को बेहतर मानते हैं। चुनाव के बाद केन्द्र में एक स्थायी और मजबूत सरकार आने की उम्मीद पर शेयर बाजार मजबूती ले रहे हैं।