एडीडास ने एमसीए के फैसले का स्वागत किया
Source : business.khaskhabar.com | Apr 07, 2014 | 

नई दिल्ली। गंभीर धोखाधडी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) द्वारा रीबॉक में 870 करोड रूपए के कथित घोटाले को लेकर दाखिल आरोप पत्र को लेकर राहत महसूस कर रहे जर्मनी के कंपनी समूह एडीडास ग्रूप ने कहा है कि जांच एजेंसी ने अपने आरोप पत्र में उसके कार्यकारी निदेशक के खिलाफ किसी आरोप में मुकदमा चलाने की कोई सिफारिश नहीं की है।
रीबॉक ब्रांड एडीडास समूह का हिस्सा है। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालाय के तहत आने वाली जांच एजेंसी एसएफआईओ ने रीबॉक इंडिया में वित्तीय गडबडी के मामले में हाल ही में गुडगांव की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है। एसएफआईओ की कार्रवाई को लेकर एक विस्तृत प्रश्नावली के जवाब में एडीडास ग्रूप ने कहा है कि रीबाक इंडिया के साथ धोखाधडी की गई।
कंपनी ने ईमेल से भेजे जवाब में कहा है कि हम यह भी रेखांकित करना चाहते हैं कि एसएफआईओ ने एडीडास ग्रूप के कार्यकारी बोर्ड के खिलाफ कोई आरोप लगाने की सिफारिश नहीं की है। ग्रूप ने कहा है कि कंपनी कार्य मंत्रालय ने हमारे ज्ञापन का संज्ञान लिया है और व्हिस्ल ब्लोअर द्वारा ली गई जिम्मेदारियों को स्वीकार किया है। समझा जाता है कि जांच एजेंसी ने इस प्रकण में आडिट के मामले में कथित गडबडी की बात कही है। पर एडीडास ने इस वित्तीय घपले में आडिटर (अंकेक्षकों) की भूमिका के सबंध में पूछे गए सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया।