मौद्रिक समीक्षा से पहले मायाराम से मिले आरबीआई के गवर्नर
Source : business.khaskhabar.com | Sep 27, 2014 | 

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने 30 सितंबर की मौद्रिक नीति की समीक्षा से पहले शनिवार को वित्त सचिव अरविंद मायाराम से मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि दोनों के बीच वृहद आर्थिक मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ। केंद्रीय बैंक अपनी चौथी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा 30 सितंबर को पेश करने जा रहा है। आमतौर पर मौद्रिक समीक्षा से पहले रिजर्व बैंक के गवर्नर प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री से मुलाकात करते हैं। चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका यात्रा पर हैं और वित्त मंत्री अरूण जेटली बीमार हैं, इसलिए राजन ने वित्त सचिव से मुलाकात की। हालांकि, उद्योग जगत औद्योगिक उत्पादन बढाने के लिए ब्याज दरों में कटौती की मांग कर रहा है, लेकिन माना रहा है कि केंद्रीय बैंक नीतिगत समीक्षा में ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति बनाए रखेगा। अप्रैल जून की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर बढकर 5.7 प्रतिशत हो गई है, जबकि जुलाई माह में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर चार माह के निचले स्तर 0.5 फीसदी पर रही है। मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट व उपभोक्ता वस्तुओं की कमजोर मांग से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटी है। राजन ने अगस्त में लगातार तीसरी बार नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। उस समय उन्होंने कहा था कि अनिश्चित मानसून और इसके खाद्य उत्पादन पर पडने वाले प्रभाव की वजह से मुद्रास्फीति के उपर की ओर जाने का जोखिम बना हुआ है। हालांकि, उस समय सांविधिक तरलता अनुपात (एसएलआर) में आधा फीसदी की कटौती की गई थी जिससे बैंकिंग प्रणाली को 40,000 करोड रूपए की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध हुई थी। एसएलआर जमाओं का वह हिस्सा है जो बैंकों को सरकारी बांडों में रखना होता है। उन्होंने कहा था कि सतर्क मौद्रिक रूख कायम रखने की जरूरत है। जबकि नीतिगत दरों में बदलाव नहीं किया जा रहा है।