नए नियमों से बीमा कंपनियों की खुली पोल
Source : business.khaskhabar.com | Sep 08, 2014 | 

नई दिल्ली। बीमा क्षेत्र के लिए नई खुलासा प्रणाली से ग्राहक बनाये रखने संबंधी बीमा कंपनियों के दावों की पोल खुल गई है और अनेक कंपनियों ने अपना पालिसी अटलता अनुपात (परसीसटेंसी रेशियो) पिछले साल की तुलना में काफी नीचे दिखाया है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, रिलायंस लाईफ तथा कोटक लाईफ जैसी कुछ कंपनियों को छोडकर अधिकांश जीवन बीमा कंपनियों ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में परसीसटेंसी रेशियो अपेक्षाकृत कम दिखाया है। इसी तरह 31 मार्च 2015 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए भी यह अनुपान कम दिखाया गया है। यह अनुपात मोटे तोर पर बीमा कंपनियों की पुराने ग्राहकों को बनाए रखने की क्षमता को दिखाता है। बीमा कंपनियां किसी मानक फार्मूले या निश्चित समयावधि का अनुपालन किए बिना ही इस अनुपात को ऊंचे से ऊंचा रखने का प्रयास करती रही हैं। बीमा नियामक इरडा ने इसी साल इस तरह के खुलासे के नियमों में बदलाव कर दिया और एक मानक फार्मूला लागू किया जिसका पालन सभी जीवन बीमा कंपनियों को करना है। जीवन बीमा कंपनियों द्वारा दाखिल जानकारी के विश्लेषण से पता चलता है कि इस अनुपात में तुलनात्मक रूप से काफी कमी आई है। नए मानक लागू होने के बाद प्रमुख जीवन बीमा कंपनियों के परसीसटेंसी रेशियो में गिरावट आई है जबकि अन्य के लिए यह स्थिर रहा है।