भारत फोर्ज ने बनाई बोफोर्स से भी पावरफुल तोप
Source : business.khaskhabar.com | Sep 11, 2014 | 

मुंबई। करगिल की लडाई में फतह दिलाने में अहम भूमिका निभानी वाली बोफोर्स तोप से भी पावरफुल तोप का निर्माण अब भारत में ही कर लिया गया है। करगिल में बहुत से सैनिकों के मारे जाने के बाद सेना को मिशन रद्द करने पडे थे और इसके बाद उसने पाकिस्तानी चौकियों को नष्ट करने के लिए बोफोर्स तोपों के इस्तेमाल का फैसला किया था। यह रणनीति कामयाब रही। मगर जल्द ही सेना के पास इन तोपों के लिए गोला-बारूद खत्म होने लगा। इसके बाद रक्षा मंत्रालय ने ने बोफोर्स 155 एमएम होवित्जर्स के लिए शेल्स (गोले) बनाने का काम बाबा कल्याणी की कंपनी भारत फोर्ज को दिया।
कंपनी को तब एक लाख शेल्स का इमरजेंसी ऑर्डर मिला था। इससे कंपनी की कम समय में हाई-क्वॉलिटी प्रॉडक्ट्स बनाने की क्षमता भी साबित हुई, जिससे इसे ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री में दुनियाभर में साख मजबूत करने में मदद मिली। उस घटना के करीब 15 साल बाद अपनी फ्लैगशिप कंपनी भारत फोर्ज के साथ ग्रुप आर्टिलरी उपकरण बना रहा है, जिनका ट्रायल जल्द ही भारतीय सेना शुरू करेगी। इससे ग्रुप को रक्षा क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी बढाने की नरेन्द्र मोदी सरकार की कोशिश का फायदा उठाने में मदद मिलेगी। कल्याणी ने इकॉनमिक्स टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बताया, केंद्र सरकार रक्षा उत्पादों के स्थानीय उत्पादन पर जोर दे रही है। इसके लिए हमारी कंपनी तैयार है। सरकार ने इस सेक्टर को विदेशी इनवेस्टमेंट के लिए भी खोला है। इससे विदेशी कंपनियां भारतीय फमोंü को टेक्नॉलजी ट्रांसफर कर सकेंगी। अपने आर्टिलरी इक्विपमेंट वेंचर के लिए भारत फोर्ज ने इस्त्रायल की डिफेंस इक्विपमेंट मेकर एल्बिट सिस्टम्स के साथ जॉइंट वेंचर बनाया है। यह वेंचर शुरूआत में होवित्जर 155 एमएम के मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम पर काम करेगा।
भारत फोर्ज ने नई होवित्जर भी बनाई है। कल्याणी का कहना है कि यह मौजूदा बोफोर्स गन से ज्यादा पावरफुल है। उन्होंने बताया, हमारी आर्टिलरी गन बोफोर्स से बेहतर होगी। ऑपरेशनल पैरामीटर की बात की जाए तो यह खुद से 25 किलोमीटर प्रति घंटा मूव कर सकती है और यह 52 कैलिबर राउंड्स लेगी, जबकि बोफोर्स की क्षमता 39 कैलिबर की है। भारतीय सेना सितंबर के अंत या अक्टूबर की शुरूआत तक भारत फोर्ज के आर्टिलरी उपकरणों का का परीक्षण शुरू कर देगी। अल्ट्रा लाइट गन टेस्टिंग के लिए सितंबर के अंत में तैयार होगी, जबकि 155 एमएम आर्टिलरी गन का ट्रायल दिसंबर तक शुरू होगा। 155 एमएम अल्ट्रा लाइट गन टेस्टिंग के लिए अगले वर्ष के मध्य तक तैयार हो जाएगी।